गुजरात में एक RTI एक्टिविस्ट अमित जेठवा के मर्डर मामले की सुनवाई कर रहे CBI के विशेष जज ने अपने लिए सुरक्षा की मांग की है. इस मामले में मुख्य आरोपी बीजेपी एक पूर्व सांसद हैं जो फिलहाल जमानत पर हैं.
मामले की ‘संवेदनशीलता’ को देखते हुए दवे ने सुरक्षा की मांग की है. असल में इस मामले के मुख्य आरोपी बीजेपी के जूनागढ़ से पूर्व सांसद दीनू बोघा सोलंकी हैं और वह फिलहाल जमानत पर हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सीबीई के सूत्रों ने यह जानकारी दी है कि जज के.एम. दवे की तरफ से तत्कालीन प्रिसिंपल सेशन जज ए.आर. पटेल ने इस साल जून महीने में सीबीआई डायरेक्टर को लेटर लिखकर सुरक्षा कवर मांगा है.
जज दवे ने अखबार से कहा, ‘यह अभी प्रक्रिया में है. मैं इसके बारे में बात नहीं करना चाहता. आप संबंधित विभाग से जानकारी हासिल करें.’
सीबीआई अधिकारी के मुताबिक, ‘अपने लेटर में प्रिंसिपल जज ने यह कहा है कि स्पेशल जज के.एम. दवे आरटीआई एक्टिविस्ट अमित जेठवा की हत्या के मामले जैसे संवदेनशील मुकदमे की सुनवाई कर रहे हैं. इसलिए उनके आवास पर अर्द्धसैनिक बलों कीतैनाती कर उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए.’
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने हाल में उनकी सुरक्षा व्यवस्था के आकलन का आदेश भी दिया है. आईबी ने यह आकलन किया है और इस रिपोर्ट के आधार पर ही उन्हें सुरक्षा दी जाएगी.गौरतलब है कि इस मुकदमे की शुरुआत के बाद से ही एक-एक करके गवाह मुकरते जा रहे हैं. कुल 195 में से 105 गवाह मुकर चुके हैं. हाईकोर्ट ने पहले के विशेष जज दिनेश पटेल को हटाकर नए सिरे से मुकदमा चलाने का निर्देश दिया है.
साभार: aajtak.in