RTI में अफसर ने पूछा तो PMO ने बताने से किया इनकार

पटना : यूथ हॉस्टल के सभागार में नेशनल आरटीआई फोरम के तत्वावधान में सूचना का अधिकार जागरूकता कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने सूचना के अधिकार को जनता का अमूल्य निधि बताया। उन्होंने कहा कि यह वह कानून है जिसके माध्यम से आम जनता अपनी तमाम समस्याओं चाहे, वह व्यक्तिगत हो या सामाजिक या फिर संस्थागत समस्या सभी का निवारण सूचना उपलब्ध करके कर सकते है। राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय विभिन्न कल्याणकारी योजना जो आम जनता तक सही समय पर नहीं पहुंच पाता है। इसके लिए कौन जिम्मेवार है। किस विभाग के किस अधिकारी के द्वारा अवरोध पैदा करके अंतिम पायदान तक लाभ नहीं पहुंचाया जा रहा है। इसकी सूचना प्राप्त कर निश्चित समय पर आवश्यक कार्यवाही किया जा सके। वहीं उन्होंने युवाओं के बारे में कहा कि वह अपनी आबादी के अनुकूल आरटीआई में अधिक से अधिक संख्या में जुड़े। पूर्व डीजीपी के इस बयान से युवा काफी आकर्षित हुए एवं आरटीआई के जागरूकता को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आशुतोष कुमार ने किया। सूचना का अधिकार कानून को व्यापक रूप से जागरूक को बनाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साथ ही साथ सूचना के अधिकार कानून को सशक्त बनाने के लिए संगठन की आवश्यकता पर जोर दिया गया। वही आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. एस.एन. उपाध्याय ने कहा कि आज सरकारी स्तर पर निश्चित समयावधि में किसी भी आवश्यक कार्य का निष्पादन नहीं किया जा रहा है तथा इसकी सूचना सही समय पर नहीं मिल रहा है। व्यक्तिगत सूचना मांगने पर कार्यकत्ताओं को सरकारी करवाई का सामना भी किया जाता है। सैकड़ों कार्यकर्ता को डर एवं भय का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण कार्यकर्त्ता असमय चुप्पी साध लेता है। सूचना नहीं मिलती है, ऐसी परिस्थिति में देश का कानून जिन उचाईयों से बनाया और देश की जनता को समर्पित किया गया वह अधूरा हो जाता है। अधूरे सपने को पूरा करने के लिए नेशनल आरटीआई फोरम कार्य कर रही है। बता दें कि नेशनल आरटीआई फोरम आरटीआई के क्षेत्र में कार्य करती है। संस्था के द्वारा प्रत्येक राज्य जिला व पंचायत स्तर पर 20-25 नागरिकों को संगठित कर सूचना के अधिकार अधिनियम का जिला, प्रखंड व पंचायत स्तर पर निःशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाता है। कार्यक्रम में नेशनल आरटीआई फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए.पी. गौतम, आरटीआई अधिवक्ता दीनू कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता सरिता राय, प्रख्यात आरटीआई कार्यकर्त्ता शिव प्रकाश राय, संजीव सिंह, अनिल, रूपेश सिंह, त्रिपुरारी, के.एन.सिंह, मनीष सिंह सहित कई लोगों ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में राकेश रौशन, गणेश सिंहविकास सिंह राठौर, भोली सिंह, भोला सिंह, रमेश कुमार, लाला पासवान, गौतम पासवान, अनुज खान, जनार्दन सिंह सहित बिहार के भिन्न-भिन्न जिलों से आये आरटीआई एक्टिविस्ट एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

2 thoughts on “आरटीआई के प्रति जागरुकता के लिए आगे आएं युवा : अभयानंद, पूर्व डीजीपी”

  1. भ्रष्टाचार उन्मूलन के संदर्भ में एक बेहतरीन हथियार जन सूचना अधिकार ।।।
    सुंदर कार्य।

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