पटना : बिहार के वैशाली जिले के गोरौल में हुए आरटीआई एक्टिविस्ट जयंत कुमार की हत्या पर नेशनल आरटीआई फोरम के पटना कार्यालय पर शोक सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता फोरम के अध्यक्ष ए.पी. गौतम ने की। इस दौरान उन्होंने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जिस प्रकार आए दिन बिहार में आरटीआई एक्टिविस्टों पर हमला व हत्याएं हो रहे है, इससे साफ जाहिर हो रहा है कि भ्रष्टाचारियों में इस बात का भय है कि उनकी कारनामों का काला चिट्ठा न खुल जाए। जिससे वे भयभीत होकर इस तरह का कुकृत्य या जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे है। भ्रष्टाचारी सोच रहे है कि इससे हम मौन धारण कर लेंगे। तो यह उनकी गलतफहमी है। जयंत कुमार के हत्या को लेकर हम सीबीआई के पास जाएंगे और उनसे इस हत्या की जांच की मांग करेंगे। साथ ही सरकार से आरटीआई एक्टिविस्टो की सुरक्षा को लेकर कानून बने इसके लिए भी हम मांग करेंगे। वहीं नेशनल आरटीआई फोरम के सदस्य व प्रथम परवरिश फॉउंडेशन के निदेशक के.एन. सिंह ने कहा कि आज जिन्हें सुरक्षा की जरुरत है, उन्हें सरकार सुरक्षा नही उपलब्ध करा रही। वहीं सरकार के द्वारा उन व्यक्तियों को सुरक्षा प्रदान किया जा रहा है जिसका कोई मतलब ही ना हो। उन्होंने कहा कि जयंत कुमार के द्वारा सरकार से कई बार सुरक्षा की गुहार लगाई गई थी। लेकिन उन्हें सरकार द्वारा सुरक्षा नही दिया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार इस कानून को तो लागू कर दी है, लेकिन इस कानून को व आरटीआई कार्यकर्त्ताओं की सुरक्षा को गहराई से नही ले रही है। जिसके कारण आज आरटीआई एक्टिविस्ट असुरक्षित है। इस दौरान शोक सभा में उपस्थित कार्यकर्त्ताओं ने जयंत कुमार की हत्या पर गहरा दुःख प्रकट किया तथा दो मिनट का मौन रख उनकी मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किए। और उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। आयोजित शोक सभा में मनी सिंह, सोनू कुमार, राकेश कुमार, विजय कुमार, संजीव कुमार सहित कई कार्यकर्त्ताओं ने उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी।

2 thoughts on “बिहार में हुए आरटीआई एक्टिविस्ट की हत्या पर नेशनल आरटीआई फोरम ने व्यक्त की शोक-संवेदना”

  1. बिहार की हालात दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। सरकार के मुखिया यानि नीतीश कुमार को लां एण्ड ऑर्डर पर नियंत्रण करने में निष्पक्षता बरतने की जरूरत है।
    बिहार में शांति और सौहार्द्र पूर्ण माहौल बनाने की आवश्यकता है। आज पर्यटन स्थल के रूप में बिहार देश में प्रमुख भूमिका निभाता है। उद्योग धंधे की कमी की भरपाई पर्यटन स्थल पर पहूंचने वाले पर्यटकों को सेवा प्रदान कर रोजगार के अवसर बेरोजगारी को कम करने में सहयोग कर रही है।
    यदि बिहार में अपराध और अपराधियों का माहौल रहेगा तो वर्तमान और भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
    जरूरत है अपराधियों को स्पीडी ट्रायल चला कर कठोर सज़ा सुनाई जाए।

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